Navratri pooja नवरात्रि में वाममार्गी व दक्षिण मार्गी साधनाओं का अनुष्ठान किया जाता है और जिन लोगों के ऊपर तांत्रिक प्रयोग, काला जादू या जो भी आप समझते हैं का असर भी बड़ा जाता है नवरात्रि में ऐसे लोगों की मृत्यु भी होते देखी गई है जिनपर तांत्रिक प्रयोग किया गया है
इसलिए आम जनता को नवरात्रि में अपने देवी देवताओं को प्रसन्न करने का प्रयास करना चाहिए क्या ऐसा संभव नहीं है कि कोई भी व्यक्ति अपने घर के कुलदेवी कुलदेवता को प्रसन्न रखें और उनके घर के देवता उनकी रक्षा ना करें सभी के घर के देवी देवता इतने शक्तिशाली होते हैं कि वह अपने परिवार के सदस्यों की सुरक्षा कर सकें लेकिन आज के समय में लोगों ने घर में पूजा पाठ की प्रक्रिया को बहुत छोटा कर दिया है पहले के समय में हर घर में हवन किए जाते थे हवन में जो आहुतियां दी जाती है वह सभी प्रकार के देवी-देवताओं के लिए होती है जो कि घर में उपस्थित सभी प्रकार के नकारात्मक शक्तियों को हवन में ही भस्म कर देते हैं और उनका बंधन कर कर ले जाते हैं लेकिन जिस तरह से आज सामान्य लोगों के घरों में सिर्फ तब हवन होता है जब सत्यनारायण भगवान की कथा हो रही हो वह भी तब जब कोई नया काम होता है कभी 5 साल में एक बार कभी 10 साल में एक बार इसी वजह से लोग परेशान रहते हैं घरों में नकारात्मकता भरी हुई है घरों में बहुत स्थान हैं नकारात्मक शक्तियों के रहने के लिए क्योंकि हवन होते ही नहीं हैं मंत्र जप और बाकी क्रियाकलाप बहुत कम हो गए हैं
इसीलिए भारत के देशवासियों को हमारे धर्म के अनुसार वैदिक कार्य घर में स्वयं करना चाहिए और सीख लेना चाहिए कि किस तरह से घर में छोटे-छोटे हवन किए जा सकते हैं सभी व्रत उपवास को करना चाहिए नवरात्रि को मनाना चाहिए नवरात्रि कैसा समय होता है जब नकारात्मक शक्तियों के साथ सकारात्मक शक्तियां भी स्वतंत्र होकर विचरण करते हैं जब कोई साधक पूजा पाठ के साथ हवन करता है तो यह शक्तियां उससे प्रसन्न होकर आशीर्वाद देती हैं और उसकी सहायता करती हैं
इसीलिए साधकों को नवरात्रि में 24 घंटे में किसी भी समय मंत्र जप करना चाहिए भगवान के स्थान को सजाना चाहिए साफ-सुथरा करके सुगंधित धूप जलानी चाहिए भगवान के प्रसाद के लिए अलग से बर्तन रखना चाहिए और उन्हें भोग लगाना चाहिए इससे घर का वातावरण ही अलग हो जाता है और घर में शुभ घटनाएं होना शुरू हो जाते हैं जीवन में बहुत से कर्तव्य होते हैं जैसे पूजा पाठ हवन संतान सेवा माता पिता सेवा और धन अर्जित करना लेकिन आज के समय में लोगों ने सिर्फ धन अर्जित करने को ही मुख्य उद्देश मान लिया है और बाकी कार्यों से मुंह मोड़ लिया है इसी वजह से उनके जीवन में परेशानियां खड़ी हो गई है
नवरात्रि में नवदुर्गा सहित 10 महाविद्याओं सहित सभी शक्तियां साधक के पूजन स्थान पर उपस्थित होती है और इनकी उपस्थिति साधक को स्वयं अनुभव हो जाती है नवरात्रि मनाने के बाद कई साधकों को कई दिनों तक अनुभव होते रहते हैं जोकि देवियों के आशीर्वाद के रूप में उन्हें प्राप्त होते हैं इसलिए सभी को नवरात्रि मनाना चाहिए यदि आपके परिवार के ऊपर किसी ने तांत्रिक प्रयोग किया हो तो वह भी मंत्र जप और हवन करने से नष्ट हो जाता है और आपकी कुल में सभी देवी देवता प्रसन्न रहते हैं और आपके घर में उन्नति होती है इसीलिए नवरात्रि को 6 तारीख ना मानकर एक त्यौहार के रूप में मनाना चाहिए और आशा है कि आप सभी साधक नवरात्रि को बहुत ही अच्छे से मनाएंगे आगे आने वाले पोस्ट में आपको नवरात्रि पूजन की विधि बताई जाएगी जय माता दी


