Description
एकमात्र शिव को अपना ईस्ट भगवान मानने वाले साधक भगवान शिव मां पार्वती पुत्र गणेश कार्तिकेय और नंदी का एक साथ पूजन करने के लिए इस मूर्ति को घर में पूजा स्थान में स्थापित कर सकते हैं जिसका पूजन करके ईस्ट भगवान शिव की भक्ति जीवन भर कर सकते हैं इस मूर्ति के सामने शिव सहस्त्रनाम स्त्रोत का पाठ ओम नमः शिवाय का जप किया जा सकता है इस मूर्ति के पूजन से शिव गणों के सिद्धि प्राप्त होती है जो हमेशा शिव परिवार की सेवा में तत्पर रहते हैं